स्मोकिंग करना आजकल का ट्रेंड बन गया है, बहुत से युवा इस नशे के गिरफ्त में है। फैशन के नाम पर यह धुंआ धीरे धीरे लोगों के शरीर में घुलकर जहर बनता जा रहा है। एक रिसर्च में भी यह बात साबित हो चुकी है, भारतीय लोग धूम्रपान करने में सबसे आगे होते है। दिनभर में एक शख्स लगभग 8.2 सिगरेट फूंक लेता है जो कि सेहत के हिसाब से बहुत ही खतरनाक है।
लगातार तम्बाकू के सेवन से इसमें मौजूद जहरीला तत्व निकोटीन शरीर में घुलकर मुंह ,गला, श्वासनली व फेफडों का कैंसर होता है दिल की बीमारियां, उच्च रक्तचाप पेट के अल्सर, एसिडिटी, अनिद्रा आदि रोगों की सम्भावना बढ़ जाती है। हमारे देश में बढ़ते मुंह और फेफड़ों के कैंसर के एक मुख्य वजह स्मोकिंग और तम्बांकू है।
ऐसा कोई नशा नहीं है, जिसे छोड़ना नामामुकिन हो। आदिकाल से ध्रूमपान हमारे संस्कृति का एक हिस्सा रहा है। आयुर्वेद में ऐसे कई तरीको के बारे में बताया गया है जिससे लोग ध्रूमपान की लत को आसानी से छोड़ सकते है। आइए जानते है इन आसान आयुर्वेदिक तरीकों के बारे में।
अजवायन
जब आपको धूम्रपान की लालसा हो तो अजवायन के कुछ बीज लें और उन्हें चबाएं। शुरू में यह मुश्किल हो सकता है लेकिन नियमित रूप से चबाने से धूम्रपान करने की लत को दूर करने में मदद मिलेगी।
दालचीनी
तंबाकू की लत छुड़ाने में दालचीनी मदद करती है। जब भी आपको धूम्रपान या तम्बाकू या संबंधित चीजों की लालसा उत्पन्न हो तब आप दालचीनी का एक टुकड़ा लें और थोड़ी देर के लिए चूसते रहें। इससे आपको स्मोकिंग छोड़ने में मदद मिलेगी।
अंगूर के बीज का अर्क
यह क्षारीय प्रकृतिक का होता है, जो कि रक्त में एसिडिटी को कम करता है और फेफड़ों तथा शरीर को स्मोकिंग से जो नुकसान हुआ है, उससे बचाता है। कॉपर के बर्तन पानी पीएं कॉपर कंटेनर में रखा हुआ पानी पीने से शरीर में जमा हुए विषाक्त को निकालने में मदद मिलती है और समय की अवधि के साथ धूम्रपान या तम्बाकू के इस्तेमाल की लालसा भी कम हो जाती है।
कॉपर के बर्तन पानी पीएं
कॉपर कंटेनर में रखा हुआ पानी पीने से शरीर में जमा हुए विषाक्त को निकालने में मदद मिलती है और समय की अवधि के साथ धूम्रपान या तम्बाकू के इस्तेमाल की लालसा भी कम हो जाती है।
त्रिफला
त्रिफला विषाक्त तत्वों को साफ़ करता है और विषैले धूम्रपान और तंबाकू के इस्तेमाल की लालसा को भी कम करता है। हर रात त्रिफला का एक बड़ा चमचा पानी के साथ लेकर सोने से शरीर को आराम मिलता है और मन भी शांत रहता हैं।
शहद
शहद में विटामिन्स, एंजाइम और प्रोटीन होता है जो कि आराम से स्मोकिंग की आदत को छुड़वाने में मदद करेगा। हमेशा शुद्ध शहद का प्रयोग करें क्योंकि उसी से अच्छा रिजल्ट मिलेगा।
तुलसी पत्तियां
तुलसी पत्तियों को चबाने से धूम्रपान या तंबाकू के उपयोग की लालसा कम होती है, हर सुबह और शाम लगभग 2-3 तुलसी के पत्ते लें और उन्हें चबाएं। ऐसा करने से धूम्रपान की लत छूट जाती है।
अश्वगंधा
अश्वगंधा से शरीर डिटॉक्स होता है, यह स्ट्रेस को दूर करने के साथ ही तंबाकू की लत के विभिन्न रूपों को कम करने में भी मदद करता है। अश्वगंधा की जड़ों से तैयार किए गए पाउडर को पानी के साथ मिलाकर लगातार कुछ दिन पीने से धूम्रपान की लत छूट जाती है।