हस्तमैथुन से होने वाले बड़े नुकसान इसे करने से कैसे बचें

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हर व्यक्ति अपने जीवन में एक न एक दिन अपनी संतुष्टि के लिए हस्तमैथुन का सहारा जरूर लेता है। हस्तमैथुन, यौन अवस्था की एक सामान्य प्रक्रिया है। हस्तमैथुन को लेकर हमारे समाज में कई तरह की गलतफहमियां भी हैं कि इसके करने से शारीरिक नुकसान होता है और कुछ के मुताबिक इस क्रिया से लाभ भी मिलता है। हस्तमैथुन के बारे में हम खुल कर बात करना पसंद नहीं करते, पर जान कर भी अंजान बने रहना गलत बात है। हस्तमैथुन को ले कर कई लोगों के अंदर काफी सारी भ्रांतियां हैं, जैसे क्या इसे करना ठीक है? आमतौर पर हस्तमैथुन करने से हमारे शरीर पर खास विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है। परन्तु अगर जरूरत से ज्यादा व गलत तरीके से हस्थमैथुन किया जाये तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते है। अगर आपको हस्थमैथुन की लत लग गई है तो, यह एक नशे की तरह आपके पीछे पड़ सकता है। अब आइये देखते हैं हस्तमैथुन करने से शरीर पर कैसा प्रभाव पड़ता है?

मानसिक प्रभाव :

हस्तमैथुन से घबराहट और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं होती हैं। अधिकतर लोग स्खलन के बाद ये सोचने लगते हैं कि इससे कहीं उनके स्वास्थ्य पर कोई फर्क तो नहीं पड़ेगा। इसी वजह से उनमें अवसाद पैदा हो जाता है और उनके मन में नकारत्मकता घर कर जाती है।

टेढ़ेपन की समस्या :

जरूरत से ज्यादा व गलत ढंग से किया गया हस्तमैथुन पायरोनी की समस्या खड़ी कर सकता है। यह समस्या आपके लिंग को टेढ़ा कर देती है तथा उत्तेजना के दौरान भी लिंग का टेढ़ापन आप खुद देख सकते हैं।

शीघ्रपतन समस्या :

ज्यादा हस्तमैथुन करने से लिंग की नसें और वीर्य को रोके रखने की क्षमता में कमी आती है जिसके फलसवरूप ज्यादा हस्तमैथुन करने वाले लोग शीघ्रपतन होना और धात का लीक होना आदि समस्यायें होने लगती हैं। जिसके चलते पुरूष मानसिक रूप से तनाव में रहने लगते हैं और इसका असर उनके वैवाहिक जीवन पर भी पड़ने लगता है।

शुक्राणुओं की संख्या में कमी :

शोध के मुताबिक नियमित रूप से हस्तमैथुन करने से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या में कमी की संभावना बढ़ जाती है। आपके लिए यह चिंताजनक बात हो सकती है। शुक्राणु की कमी के कारण आपको आगे चलकर पिता बनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। नियमित रूप से हस्तमैथुन करने से पुरूष अक्सर अपने पार्टनर को पूर्ण रूप से संतुष्ट नहीं कर पाते हैं। हद से ज्यादा हस्तमैथुन इरेक्टाइल डिसफंक्शन रोग का मुख्य कारण होती है।

लिंग में सूजन व चयापचय पर प्रभाव :

बहुत से लोग उत्तेजित होने पर जल्दी-जल्दी हस्तमैथुन करने करने लगते हैं जिससे उन्हें मज़ा आये लेकिन वे यह नहीं जानते हैं कि ऐसा करने से लिंग की मासपेशियों में वीर्य के पहले निकलने वाला द्रव मांसपेशियों में चला जाता है, जिस वजह से लिंग में सूजन आने लगती है। यह सूजन तब तक रहती है, जब तक वो द्रव वापस रक्त में नहीं चला जाता है साथ ही हस्तमैथुन के दौरान जारी प्राथमिक द्रव में प्रोटीन होता है जो कई चयापचय गतिविधियों और सेल संरचनाओं के लिए जरूरी होता हैं। प्रोटीन हमारे शरीर की बिल्डिंग ब्लॉक के समान है। स्खलन की समस्या दुबलेपन की समस्या पैदा कर सकती हैं और मांसपेशियों के निर्माण हेतु चयापचय का ध्यान खींचती है।

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