खून में चीनी (बल्ड शुगर) को नियंत्रण न कर पाने के बीमारी को “डायबिटीज़” कहते हैं। डायबिटीज़ की बीमारी एक खतरनाक रोग है। यह बीमारी में हमारे शरीर में अग्नाशय द्वारा इंसुलिन का स्त्राव कम हो जाने के कारण होती है।रक्त ग्लूकोज स्तर बढ़ जाता है, साथ ही इन मरीजों में रक्त कोलेस्ट्रॉल, वसा के अवयव भी असामान्य हो जाते हैं। धमनियों में बदलाव होते हैं। इन मरीजों में आँखों, गुर्दों, स्नायु, मस्तिष्क, हृदय के क्षतिग्रस्त होने से इनके गंभीर, जटिल, घातक रोग का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज़ होने पर शरीर को भोजन से ऊर्जा प्राप्त करने में कठिनाई होती है। पेट फिर भी भोजन को ग्लूकोज में बदलता रहता है। ग्लूकोज रक्त धारा में जाता है। किन्तु अधिकांश ग्लूकोज कोशिकाओं में नही जा पाते जिसके कारण इस प्रकार हैं:
- इंसुलिन की मात्रा कम हो सकती है।
- इंसुलिन की मात्रा अपर्याप्त हो सकती है किन्तु इससे रिसेप्टरों को खोला नहीं जा सकता है।
- पूरे ग्लूकोज को ग्रहण कर सकने के लिए रिसेप्टरों की संख्या कम हो सकती है।
- यह रोग, खून के जांच से पता चलता है।
डायबिटीज़ के कारण
- खून में चीनी (बल्ड शुगर) को सामान्य स्तर में नियंत्रित होना आवश्यक है। इसके लिये शरीर में अनेक अंग और होरमोंस मिलकर काम करते हैं। अगर आपका शरीर यह नियंत्रण के शक्ति खो देता है, तो आपको “डायबिटीज़” हो जाता है।
- आधिकांश समय (90%) यह गर्भ के शुरुआत में हो सकता है। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि आपको गर्भ के अंत में “डायबिटीज़” नहीं हो सकता है।
- कुछ लोग को पहले से “डायबिटीज़” होता है, जिसके बारे में वो अवगत नहीं होते हैं। यह जब गर्भ के दौरान बढ़ जाता है, तो जांच के बाद पहचाना जाता है।
- गर्भ के होरमोंस जैसे कि “प्रोजेस्टेरोन” और “प्लासेंटल लेक्टोजन”, शरीर में उत्तपन “इंसुलिन” के विपरीत काम करते हैं। यह आपको “डायबिटीज़” का अवस्था दे सकता है।
डायबिटीज़ की संभावना
- गर्भ के अनेक समस्याओं में से “जेस्टेशनल डायबिटीज़” सबसे ज्यादा लोगों में होता है।
- “जेस्टेशनल डायबिटीज़” करीब 20 में से 1 मां को हो सकता है।
- भारतीय लोगों में “जेस्टेशनल डायबिटीज़” अधिक होता है।
- अगर मां को उपर लिखे हुय कोई भी स्थिती है, तो उसका “जेस्टेशनल डायबिटीज़” होने का रिस्क और बढ़ जाता है।
- गर्भ के दौरान अगर आपको “डायबिटीज़” हो जाता है, तब उसे “गर्भ में डायबिटीज़” या “जेस्टेशनल डायबिटीज़” कहते हैं। इसके लिये यह जरूरी नहीं है कि आपको उसके लिये इंसुलिन का दवा लेना पड़े या नहीं, या यह रोग गर्भ के बाद रहता है या नहीं।
हरबो डायीबिकन कैप्सूल स्वाभाविक रूप से खून में शुगर का स्तर मेन्टेन करता है
जिस कारण आप स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन जी सकते है
गर्भवती महिलाओं के लिए समस्या
- प्रसव के दौरान, बड़ा बच्चा होने के कारण, आपरेशन (cesarean section) हो सकता है।
- प्रसव के दौरान, बड़ा बच्चा होने के कारण, प्रसव पीड़ा हो सकता है
- आगे जिंदगी में, “डायबिटीज़”, होने का संभावना बहुत अधिक होता है। करीब 2 में से 1 महिला को, जिसे “जेस्टेशनल डायबिटीज़” होता है, आगे जाकर “डायबिटीज़” हो सकता है।
बच्चे को खतरा
- सामन्य से अधिक, बड़ा बच्चा हो सकता है। इसे मेक्रोसोमिया (Macrosomia) कहते हैं।
- अन्य लोगों के अनुपात में, जिन मां को “जेस्टेशनल डायबिटीज़” होता है, उनके बच्चे को मेक्रोसोमिया होने का 2 से 3 गुना अधिक संभावना होता है।
- बड़ा बच्चा से प्रवस के कारण बच्चे के हाथ के नस को चोट (nerve damage) पहुंच सकता है, जो हाथ पर असर कर सकता है। यह ठीक होने में एक साल लग सकता है।
- बड़ा बच्चा से प्रवस के कारण बच्चे के गर्दन का हड्डी टूट सकता है (clavicular fracture), जो हाथ पर असर कर सकता है। यह ठीक होने में दो महीना लग सकता है।

डायबिटीज़ का प्रभावी हर्बल इलाज
प्रकृति ने किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए हमें शक्तिशाली दवाई प्रदान की है. जिनको हम घास-फूस समजते हैं दरअसल प्राचीन काल से इन्ही दवाओं के द्वारा इलाज किया जाता रहा है और हमारे पूर्वज इन्ही दवाओं का प्रयोग करते थे तब तक किसी रसायन की खोज नहीं हुई थी और लोग जड़ी-बूटियों के प्रयोग से स्वस्थ रहते थे और दीर्घ आयु होते थे परन्तु रसायन की खोज हो जाने के पश्चात् चिकित्सा के रूप निरन्तर परिवर्तन होते रहे और आज चिकित्सा में रसायन का प्रयोग किया जाता है ये रसायन तुरंत उपचार करने में सक्षम हो सकते है परन्तु यह रसायन हमारे शरीर के अन्य भागो पर बुरा प्रभाव डालते है अतः अब लोग चिकित्सा के पुराने तरीको और दवाओं को मान्यता दे रहें है और भारत भूमि तो इन दवाओं के प्राप्त करने का मुख्य केन्द्र है पुरे विश्व में आज भारत में पाई जाने वाली इस अदभुत दवाओं का प्रयोग विदेशों में भी किया जाने लगा है
हाशमी दवाखाना इन दवाओं के प्रयोग के लिए भारत में नहीं बल्कि विश्व में जाना जाने लगा है हर्बल चिकित्सा ने मधुमेह के लिए अनोखी दवा विकसित की है जो की हरबो डायीबिकन नाम से जानी जाती है यह दवा मधुमेह के लिए एक वरदान साबित हुई है इसके प्रयोग से मधुमेह रोगी शीघ्र ही ठीक हो जाते है! आज हर दूसरे व्यक्ति को एक समस्या है अंग्रेज़ी दवाओं की तुलना में अब प्राकृतिक दवाई की ओर मुड़ रहा है क्योंकि कृत्रिम जीवन शैली में उनकी बीमारियों का सफल और सुरक्षित इलाज केवल प्राक्रतिक दवाइयां हैं क्योंकि इन दवाईयों का कोई भी सह प्रभाव नही होता है यह दवाइयां हमारे स्वस्थ के लिये बहुत अधिक सुरक्षित होती हैं
हकीम हाशमी जो उपयोगी जड़ी बूटियों की खोज में अपने पूरे जीवन समर्पित कर नई औषधियां विकसित की है, जोकि विभिन्न क्षेत्रों से इस प्रणाली को भी औषधीय पहलू की कई पीढ़ियों से बंद टिप्पणियों पर आधारित है. आधुनिक अनुसंधान उपकरण, जड़ी बूटी पर औषधीय अध्ययन की मदद से, हकीम हाशमी ने कई तरह की चिकित्सा के पुराने फार्मूलों के संशोधन कर डायबिटीज़ के इलाज के लिए शक्तिशाली और नई दवाओं का शोध कर लाखो लोगो को उपचार प्रदान किया है. यदि कोई डायबिटीज़ रोगी मना की गयी वस्तुओं का सेवन करता है तब वह ऐसा करके अपनी मौत को दावत दे रहा है ऐसी स्थिति में आप हमारी दवा का सेवन कर इस समस्या से मुक्ति पा सकते हैं यूनानी सिस्टम राष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के अनुसार, “यूनानी दवा विभिन्न समस्यों के इलाज का एक अभिन्न हिस्सा है”
यूनानी चिकित्सा में की तरह, जड़ी बूटियों के विभिन्न प्रणालियों में विभिन्न तरीकों से उपयोग किया जाता है. हालांकि उनके उपयोग का अंतिम उद्देश्य यह है कि वे सीधे हमारे शरीर रासायनिक असंतुलन को संतुलित करते हैं हरबो डायीबिकन कैप्सूल डायबिटीज़ विरोधी यूनानी हर्बल में ५०००० सालो से अधिक पुरानी जड़ी बूटी का एक संयोजन है. हरबो डायीबिकन कैप्सूल डायबिटीज़ के लिए प्रभावी रूप से कारक है और डायबिटीज़ नियंत्रण के लिए अलग रूप में काम करता है. हरबो डायीबिकन कैप्सूल एक हर्बल व बिना किसी सहप्रभाव के और अपक्षयी जटिलताओं जो डायबिटीज़ के परिणाम होते हैं उन सभी से मुक्ति दिलाने में मदद करता है. हरबो डायीबिकन कैप्सूल सुरक्षित और प्रभावी है और डायबिटीज़ का शीघ्र ही उपचार करते है.
हरबो डायीबिकन कैप्सूल प्रतिरोध पर काबू पाने में मदद करता है मौखिक जब अनियंत्रित डायबिटीज़ के मामलों के लिए सहायक के रूप में इस्तेमाल किया. हरबो डायीबिकन कैप्सूल डायबिटीज़ रोगियों में होने वाली कमजोरी, चक्कर, पैरों में दर्द, शरीर में दर्द, आदि शिकायतों से राहत प्रदान करने में मदद करता है
हरबो डायीबिकन कैप्सूल के लाभ
|
विशेष
हरबो डायीबिकन कैप्सूल क्या है?
हरबो डायीबिकन कैप्सूल एक हर्बल दवा है जो अपक्षयी जटिलताओं जो डायबिटीज़ के परिणाम होते हैं उन सभी से मुक्ति दिलाने में मदद करता है. हरबो डायीबिकन कैप्सूल सुरक्षित और प्रभावी है और डायबिटीज़ का शीघ्र ही उपचार करता है. तथा यह हरबो डायीबिकन कैप्सूल डायबिटीज़ रोगियों में होने वाली कमजोरी, चक्कर, पैरों में दर्द, शरीर में दर्द, आदि शिकायतों से राहत प्रदान करने में मदद करता है
क्या यह एक प्राकृतिक दवाई है?
हरबो डायीबिकन कैप्सूल एक 100% हर्बल जड़ी बूटी युक्त एक कैप्सूल के रूप में दवाई है जोकि डायबिटीज़ रोगियों में होने वाली कमजोरी, चक्कर, पैरों में दर्द, शरीर में दर्द, आदि शिकायतों से राहत प्रदान करने में मदद करता है
क्या प्राकृतिक उपचार रोगों से लड़ने में मदद करते हैं ?
सभी प्राकृतिक उपचार रोगों से लड़ने में प्रकिर्तिक रूप से मदद करते है इसमें किसी भी रोग का उपचार धीरे धीरे प्रारम्भ होता है और कुछ ही समय में पूरी तरह से समाप्त भी हो जाता है
क्यों यह प्रतिस्पर्धी उत्पादों से बेहतर है?
सभी प्राकृतिक उपचार रोगों से लड़ने में प्रकिर्तिक रूप से मदद करते है इसमें किसी भी रोग का उपचार धीरे धीरे प्रारम्भ होता है और कुछ ही समय में पूरी तरह से समाप्त भी हो जाता है जबकि अन्य उत्पाद तुरन्त फायदा पहुंचा सकते हैं परन्तु अन्य सभी उत्पादों के बहुत अधिक दुष्प्रभाव सामने आते हैं तथा अभी तक हमारे किसी भी उत्पाद का कोई भी दुष्प्रभाव सामने नही आया है अतः हमारे सभी उत्पाद अन्य उत्पादों से बहुत अधिक बेहतर हैं
क्या इस दवाई का कोई सह-प्रभाव भी है ?
नहीं, इस दवा के हर्बल होने के कारण अब तक कोई दुष्प्रभाव सामने नहीं आया है. हरबो डायीबिकन कैप्सूल100% जड़ी बूटीयों पर आधारित है तथा यह प्रयोग करने के लियें बहुत अधिक सुरक्षित है
हरबो डायीबिकन कैप्सूल में कौन सा रसायन प्रयोग किया जाता हैं?
यह एक हर्बल उत्पाद है जिसमे किसी भी प्रकार का कोई रसायन प्रयोग नही किया जाता है इसमें केवल उपयोगी एवं कीमती जड़ी बूटियों का प्रयोग किया जाता है जोकि विश्व के विभिन्न भागों से लायी जाती हैं
मेरा आर्डर देने के कितने दिन के बाद मुझे यह प्राप्त हो जाएगा?
आप आर्डर देने के 5 -7 दिनों के पश्चात् ही अपना पार्सल प्राप्त कर सकते है. ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय आदेश 1-2 सप्ताह के भीतर ही प्राप्त हो जाते हैं. हमें आपके देश में नियंत्रण नहीं है, इसलिए आर्डर प्राप्त करने में कुछ अतिरिक्त समय भी लग सकता है.
पैकेज विचारशील है?
हाँ, सभी आदेश विचारशील पैकेजिंग में भेजे जाते है.
देखभाल
डायबिटीज़ रोगियों को अपने शरीर की स्वयं देखभाल करनी चाहिये। उन्हें चाहिये कि हल्के साबुन या हल्के गरम पानी से नियमित स्नान करें। अधिक गर्म पानी से न नहाएं और नहाने के बाद शरीर को भली प्रकार पोछें तथा त्वचा की सिलवटों वाले स्थान पर विशेष ध्यान दें। वहां पर अधिक नमी जमा होने की संभावना होती है। जैसा कि बगलों, उरुमूल तथा उंगलियों के बीच। इन जगहों पर अधिक नमी से फफूंदी संक्रमण की अधिकाधिक संभावना होती है। त्वचा सूखी न होने दें। जब आप सूखी, खुजलीदार त्वचा को रगड़ते हैं तो आप कीटाणुओं के लिए द्वार खोल देते हैं। पर्याप्त तरल पदार्थों को लें जिससे कि त्वचा पानीदार बनी रहे।