काली मिर्च हर किसी के मसालों के डिब्बे में जरुर मिल जाएगी। इसका उपयोग ना सिर्फ खाने के स्वाद को बढाने के लिये किया जाता है बल्कि कई बीमारियों को भी दूर करने के लिये होता है। अपने हर दिन के भोजन में 1 टीस्पून काली मिर्च जरुर उपयोग करना चाहिये। अगर आप अपने बढते हुए वजन से परेशान हो चुके हैं तो भोजन में काली मिर्च का सेवन करना शुरु कर दें। काली मिर्च मैग्नीशियम, कॉपर, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैंग्नीज और आयरन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसके अलावा काली मिर्च में डायटरी फाइबर, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स की भी प्रचुर मात्रा होती है।
अध्ययन बताते हैं कि काली मिर्च में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में फैट के निर्माण को रोकते हैं। काली मिर्च की बाहरी लेयर में फयटोनुट्रिएंट्स होते हैं जो फैट सेल्स के भंजन को बढावा देती है। यह शरीर में वसा संचय को रोकती है। इसके साथ साथ काली मिर्च एक वसा रहित आहार है। हांलाकि काली मिर्च वैसे तो वजन घटाने में लाभदायक है मगर इसके ज्यादा सेवन से पेट में जलन भी हो सकती है इसलिये इसकी केवल एक सीमित मात्रा ही लें। अब आइये जानते हैं काली मिर्च पेट के मोटापे को कैसे कम कर सकती है और साथ में ये भी जानते हैं कि इसको कैसे खाया जा सकता है।
1. काली मिर्च पेट में फैट सेल्स को बनने से रोकती है
काली मिर्च में पाया जाने वाला केमिकल पिपेरिन फैट सेल्स के निर्माण को रोकता है. जब आप काली मिर्च का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में मौजूद फैट सेल्स अपने जैसी नई सेल्स नहीं बना पाती है और अधिक फैट नहीं जमता।
2. इसमें बिल्कुल भी कैलोरीज़ नहीं होती
काली मिर्च में कैलोरी ना के बराबर होती है। 1 टीस्पून काली मिर्च के अंदर केवल 8 कैलोरीज़़ होती हैं। आप इसे नींबू पानी में मिला कर पी सकते हैं। अगर आप खाने में किसी प्रकार का सॉस यूज़ करते हैं तो उसकी जगह पर काली मिर्च को किसी चटनी या ड्रेसिंग में डालें। इससे आपका वजन नहीं बढ़ेगा।
3. मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है
काली मिर्च एक थर्मोजैनिक खाद्य है जो कि आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करती है।। मेटाबॉलिज्म बढ़ने से आप जल्दी वजन कम कर पाते हैं. साथ ही बेहतर वर्कआउट के लिए मेटाबॉलिज्म का अधिक होना जरुरी है।
4. काली मिर्च की चाय बनाइये
इसे बनाना काफी आसान है। वेट लॉस के लिये अगर ये चाय बनानी है तो अदरक, नींबू, शहद, तुलसी, दालचीनी या ग्रीन टी ले कर चाय बनाएं। फिर उसमें आधा या 1 टीस्पून ताजी कुटी हुई काली मिर्च डाल लें और इसे ब्रेकफास्ट करने से पहले पिएं।
5. वजन कम करने के लिये काली मिर्च का सेवन कब करना चाहिये
काली मिर्च की चाय या काली मिर्च का तेल (जिसमें 1 कप पानी मिला हो) का सेवन ब्रेकफास्ट करने से पहले करें। यही नहीं अगर आपको काली मिर्च के दाने चबाने का मन करता हो तो इसे अपने सुबह के डिटॉक्स ड्रिंक को पीने के बाद और ब्रेकफास्ट करने के पहले करें। आप चाहें तो लंच के बाद वेजिटेबल जूस में काली मिर्च डाल कर सेवन कर सकते हैं।
कैंसर को रोकने में मदद करता है
हाल ही में, यूनीवर्सिटी ऑफ मिशिगन कैंसर सेंटर द्वारा एक अध्ययन से पता चला है कि ब्रेस्ट कैंसर को होने से रोकने में ब्लैक पिपर काफी सहायक होता है। काली मिर्च के नियमित सेवन से स्तन कैंसर की गांठ नहीं बनती है। काली मिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लैवोनॉयड्स, कारोटेन्स और अन्य एंटी – ऑक्सीडेंट आदि तत्व भी पाएं जाते है। अन्य अध्ययनों में पता चला है कि स्कीन कैंसर को रोकने में भी काली मिर्च सहायक होती है।
अपच, दस्त, कब्ज और अम्लता दूर करे
काली मिर्च, पेट की पाचन शक्ति बढ़ा देती है। काली मिर्च, टेस्ट बड्स से पेट को संकेत भेजता है और हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करता है। इस एसिड से पेट की पाचन क्रिया सही हो जाती है। यह एसिड पेट की सभी भोजन सामग्री को पचा देती है। इसके सेवन से पेट फूलना, अपच, दस्त, कब्ज और अम्लता आदि भी आसानी से दूर भाग जाते है। पाचन में सहायता के लिए अपने भोजन को बनाते समय काली मिर्च का सेवन अवश्य करें।