पपीता एक ऐसा फल है जो पूरे साल आसानी से मिल जाता है. भारत के ज्यादातर घरों में पपीते का पौधा आसानी से लगा हुआ मिल जाता है. पपीता जितना स्वादिष्ट होता है, यह उतना हीं हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भी है. पपीते का रस भी बहुत फायदेमंद होता है. पपीते के बीज के भी ढेर सारे उपयोग हैं. पपीता बालों और त्वचा के लिए भी अच्छा होता है. पपीते का उपयोग उपयोग सलाद के रूप में भी किया जाता है. तो आइए पपीता के क्या-क्या फायदे हैं और इसका उपयोग किस-किस तरह से किया जा सकता है.
पपीता के फायदे और उपयोग :
पपीता में विटामिन ए, पोटैशियम और कैल्शियम पाया जाता है.
मांसाहार करने वालों को पपीते का नियमित सेवन करना चाहिए
पपीता आसानी से पचने पचने वाला फल है. इसलिए इसे वो लोग भी खा सकते हैं, जिनकी पाचन शक्ति कमजोर है.
पपीते से दाद, खाज, खुजली दूर हो जाती है.
पपीते के नियमित सवेन से हाई बीपी को कण्ट्रोल किया जा सकता है.
पपीता खाने से शरीर में ऊर्जा का स्तर भी बढ़ जाता है.
कट जाने, सूजन हो जाने, या जल जाने पर प्रभावित स्थान पर पपीता लगाने से आराम मिलता है.
यदि किसी के पेट में कीड़े हो गए हों, तो पपीता का बीज और उसका छिलका कीड़ों को खत्म करने में मदद करता है.
जिन लोगों को कब्ज की समस्या रहती है उन्हें पपीते का नियमित सेवन करना चाहिए.
पपीता खाने से सर्दी, खांसी, जुकाम आदि बीमारियाँ नहीं होती है.
लंबी उम्र पाने और लंबे समय तक जवान रहने के लिए पपीता खाना फायदेमंद है.
पपीते खाने से आमाशय और आंत संबंधी दिक्कतों में फायदा पहुँचता है.
नियमित रूप से पपीता खाने से झुर्रियाँ पड़ना, बालों का झड़ना, बवासीर, चर्मरोग, अनियमित मासिक धर्म से सम्बन्धित समस्याएँ खत्म हो जाती है.
पपीता दिल के मरीजों और सुगर के मरीजों के लिए बहुत लाभदायक होता है.
पपीते में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है. यह हाई कोलेस्ट्राल को कम करने में मदद करता है.
पपीते का रस आंत और पेट सम्बन्धित समस्याओं के लिए फायदेमंद होता है.
पपीते के नियमित सेवन से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है.
पपीते में पाया जाने वाला एंजाइम शरीर में होने वाली सूजन को कम करता है.
पपीते में त्वचा और आँखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसमें पाए जाने वाला कैल्शियम शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाता है. यह शरीर की पाचन क्षमता को सही रखता है
पपीता पेट को संक्रमण से बचाता है.
पपीते के चूर्ण का सेवन करने से आमशय की जलन, जख्म, अपच दूर होता है.